अमरबेल के औषधीय लाभ (Amarbel fayde | Benefits and Uses)
**अमरबेल क्या है? (What is Amarbel?)**
अमरबेल (Dodder Plant) एक परजीवी लता है, जो अन्य पेड़ों और पौधों पर निर्भर करती है। यह पेड़ों की शाखाओं पर रस्सी की तरह फैलती है और अपने पतले तंतुओं द्वारा उनके पोषक तत्वों को चूसकर जीवित रहती है। इस लता का मुख्य रूप से बेर, शाल, और करौंदे जैसे वृक्षों पर विस्तार देखा जा सकता है। इसकी खासियत यह है कि यह हर साल एक ही पेड़ पर पनपती है, जिससे इसे "अमरबेल" कहा जाता है। इसके अलावा, इसे आकाशबेल भी कहते हैं क्योंकि यह जमीन से जुड़े बिना पेड़ों पर ही फैलती है।
**अमरबेल के विभिन्न भाषाओं में नाम**
- **संस्कृत**: अमरवल्ली, खवल्ली
- **हिंदी**: आकाश बेल, अमरबेल
- **उर्दू**: आकाशबेल
- **तमिल**: कोडीयागुन्डल
- **तेलुगू**: लन्जासवरमू
- **बंगाली**: स्वर्णलता, आलोक लता
- **मराठी**: आकाशबेल, निर्मली
- **पंजाबी**: निराधार
- **अरबी**: कसूस
- **फारसी**: अफ्तीमून
**अमरबेल के औषधीय लाभ (Amarbel Benefits and Uses)**
1. **बालों के लिए फायदेमंद**: अमरबेल को तिल या शीशम के तेल में पका कर लगाने से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं। इसके प्रयोग से गंजापन भी कम होता है। इसके अलावा, अमरबेल के पानी से बाल धोने से बाल चमकदार और सुनहरे हो जाते हैं।
2. **मस्तिष्क रोगों में लाभकारी**: अमरबेल का रस सुबह-शाम पीने से मस्तिष्क रोगों में फायदा होता है।
3. **आँखों के रोग में राहत**: अमरबेल के रस को चीनी के साथ मिलाकर आँखों पर लगाने से आँखों की जलन और सूजन कम होती है।
4. **पेट की बीमारियों में उपयोगी**: अमरबेल के काढ़े को पीने से पेट की गैस और दर्द से राहत मिलती है। साथ ही उलटी और पेट के अन्य विकारों में भी यह सहायक होता है।
5. **बवासीर में लाभकारी**: अमरबेल का रस और काली मिर्च का मिश्रण बवासीर में राहत देता है।
6. **लीवर विकारों में फायदेमंद**: अमरबेल का रस लीवर से जुड़ी बीमारियों, जैसे फैटी लीवर, में उपयोगी है।
7. **प्रसूति के बाद की समस्याओं में**: अमरबेल का काढ़ा पीने से प्रसूता स्त्रियों में अपरा (Placenta) निकलने में मदद मिलती है।
8. **हाइड्रोसील (अंडकोष की सूजन) में लाभकारी**: अमरबेल के काढ़े की भाप से अंडकोष की सूजन कम होती है।
9. **यौन रोगों में उपयोगी**: अमरबेल का काढ़ा योनि रोगों को ठीक करने में सहायक होता है।
10. **जोड़ों के दर्द में राहत**: अमरबेल का काढ़ा गठिया और जोड़ों के दर्द में राहत प्रदान करता है।
11. **पुराने घावों के लिए**: अमरबेल का लेप घावों को भरने में मदद करता है।
12. **खुजली और त्वचा रोगों में फायदेमंद**: अमरबेल का लेप खुजली और त्वचा संबंधी विकारों में राहत प्रदान करता है।
13. **कमजोरी दूर करने में सहायक**: अमरबेल को दूध में पकाकर पीने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है।
14. **बुखार में उपयोगी**: अमरबेल का प्रयोग बुखार को कम करने के लिए भी किया जाता है।
15. **शिशु रोगों में फायदेमंद**: बच्चों के गले या बाँह में अमरबेल बांधने से उनके कई प्रकार के रोगों में लाभ होता है।
**अमरबेल का सेवन और मात्रा**
- **रस**: 10-20 मि.ली. प्रतिदिन
- चिकित्सकीय सलाह से अमरबेल का सेवन अधिक लाभकारी होता है।
**अमरबेल कहाँ पाई जाती है?**
अमरबेल भारत भर में खेतों, पेड़ों और जंगलों में पाई जाती है। यह मुख्य रूप से पेड़ों पर लिपटी हुई दिखाई देती है।
**नोट**: अमरबेल के औषधीय लाभों का सही उपयोग विशेषज्ञ की सलाह के बाद ही किया जाना चाहिए।
अमरबेल (Dodder Plant) एक परजीवी लता है, जो अन्य पेड़ों और पौधों पर निर्भर करती है। यह पेड़ों की शाखाओं पर रस्सी की तरह फैलती है और अपने पतले तंतुओं द्वारा उनके पोषक तत्वों को चूसकर जीवित रहती है। इस लता का मुख्य रूप से बेर, शाल, और करौंदे जैसे वृक्षों पर विस्तार देखा जा सकता है। इसकी खासियत यह है कि यह हर साल एक ही पेड़ पर पनपती है, जिससे इसे "अमरबेल" कहा जाता है। इसके अलावा, इसे आकाशबेल भी कहते हैं क्योंकि यह जमीन से जुड़े बिना पेड़ों पर ही फैलती है।
**अमरबेल के विभिन्न भाषाओं में नाम**
- **संस्कृत**: अमरवल्ली, खवल्ली
- **हिंदी**: आकाश बेल, अमरबेल
- **उर्दू**: आकाशबेल
- **तमिल**: कोडीयागुन्डल
- **तेलुगू**: लन्जासवरमू
- **बंगाली**: स्वर्णलता, आलोक लता
- **मराठी**: आकाशबेल, निर्मली
- **पंजाबी**: निराधार
- **अरबी**: कसूस
- **फारसी**: अफ्तीमून
**अमरबेल के औषधीय लाभ (Amarbel Benefits and Uses)**
1. **बालों के लिए फायदेमंद**: अमरबेल को तिल या शीशम के तेल में पका कर लगाने से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं। इसके प्रयोग से गंजापन भी कम होता है। इसके अलावा, अमरबेल के पानी से बाल धोने से बाल चमकदार और सुनहरे हो जाते हैं।
2. **मस्तिष्क रोगों में लाभकारी**: अमरबेल का रस सुबह-शाम पीने से मस्तिष्क रोगों में फायदा होता है।
3. **आँखों के रोग में राहत**: अमरबेल के रस को चीनी के साथ मिलाकर आँखों पर लगाने से आँखों की जलन और सूजन कम होती है।
4. **पेट की बीमारियों में उपयोगी**: अमरबेल के काढ़े को पीने से पेट की गैस और दर्द से राहत मिलती है। साथ ही उलटी और पेट के अन्य विकारों में भी यह सहायक होता है।
5. **बवासीर में लाभकारी**: अमरबेल का रस और काली मिर्च का मिश्रण बवासीर में राहत देता है।
6. **लीवर विकारों में फायदेमंद**: अमरबेल का रस लीवर से जुड़ी बीमारियों, जैसे फैटी लीवर, में उपयोगी है।
7. **प्रसूति के बाद की समस्याओं में**: अमरबेल का काढ़ा पीने से प्रसूता स्त्रियों में अपरा (Placenta) निकलने में मदद मिलती है।
8. **हाइड्रोसील (अंडकोष की सूजन) में लाभकारी**: अमरबेल के काढ़े की भाप से अंडकोष की सूजन कम होती है।
9. **यौन रोगों में उपयोगी**: अमरबेल का काढ़ा योनि रोगों को ठीक करने में सहायक होता है।
10. **जोड़ों के दर्द में राहत**: अमरबेल का काढ़ा गठिया और जोड़ों के दर्द में राहत प्रदान करता है।
11. **पुराने घावों के लिए**: अमरबेल का लेप घावों को भरने में मदद करता है।
12. **खुजली और त्वचा रोगों में फायदेमंद**: अमरबेल का लेप खुजली और त्वचा संबंधी विकारों में राहत प्रदान करता है।
13. **कमजोरी दूर करने में सहायक**: अमरबेल को दूध में पकाकर पीने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है।
14. **बुखार में उपयोगी**: अमरबेल का प्रयोग बुखार को कम करने के लिए भी किया जाता है।
15. **शिशु रोगों में फायदेमंद**: बच्चों के गले या बाँह में अमरबेल बांधने से उनके कई प्रकार के रोगों में लाभ होता है।
**अमरबेल का सेवन और मात्रा**
- **रस**: 10-20 मि.ली. प्रतिदिन
- चिकित्सकीय सलाह से अमरबेल का सेवन अधिक लाभकारी होता है।
**अमरबेल कहाँ पाई जाती है?**
अमरबेल भारत भर में खेतों, पेड़ों और जंगलों में पाई जाती है। यह मुख्य रूप से पेड़ों पर लिपटी हुई दिखाई देती है।
**नोट**: अमरबेल के औषधीय लाभों का सही उपयोग विशेषज्ञ की सलाह के बाद ही किया जाना चाहिए।